Bewafa SMS in Hindi_बेवफाशायरी
Bewafa SMS in Hindi
Log puchte hain kyu surkh hain tumhari aankhein,
Hans ke keh deti hoon raat ko so na saki,
Laakh chahoon bhi magar ye keh na sakoon,
Raat ko rone ki hasrat thi magar ro na saki..
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Ab aansoonon ko aankhon me sajana hoga,
Charaag bujh gaye khud ko jalana hoga,
Na samajhna ki tumse bichadke khush hain hum,
Hamein logon ki khatir muskurana hoga..
Khwab Bankar Neend Churaya Na Karo,
Bahot Chot Lagti Hai Mere Dil Ko,
Tum Khwabo Mein Aa Kar Yu Tadpaya Na Karo….
Isliye Pyaar Ki Baazi Hum Haar Gaye,
Hamari Zindagi Se UnHe Bahot Pyaar Tha,
Shayad Isiliye Wo Hamein Zind hI Maar Gaye…
Na Jaane Wo Kya Cheez Hoti Hai,
Aankheon To Hum Bhi Band Karte Hain,
Par Wo To Unse Milne Ki Tarkeeb Hoti Hai,
Hum Neend Ke Shouqin Jyada To Nahi,
Lekin Kuch Khwab Na Dekhe To Guzara Nahi Hota…
Khud Ko Kho Diya Humne Apno Ko Pate Pate,
Log Kahte Hai Dard Hai Mere Dil Me,
Aur Hum Thak Gye Muskurate Muskurate….
Marne wale ke saath har koi nahi marta,
Are Marne ki baat to door rahi,
Yaha to zindgi hai phir b koi yaad nahi karta…
1.जान कर भी वो हमें जान ना पाये आज तक वो हमें पहचान ना पाये खुद ही कर ली बेवफाई हमने उनसे ताकि उन पर बेवफाई का कोई इल्जाम ना आये
2.दिलों से खेलने का हुनर हमें नहीं आता इसीलिए इश्क की बाजी हम हार गए मेरी जिंदगी से शायद उन्हें बहुत प्यार था इसी लिए मुझे ज़िंदा ही वो मार गए
1.किसको फरेबी हम कहे किसको कहे हम बेवफा किस्मत ही शायद ऐसी लिखा कर लाये है हम आज वाकिफ है यारों हमसे शहर का हर एक आदमी मगर अपनों के लिए ही देखिये पराये है हम
2.है अगर हमारी कोई खता तू साबित तो कर अगर बुरे है हम तो बुरा साबित तो कर तुझे चाहा है हमने कितना तू क्या जाने चल हम बेवफा ही सही तू अपनी वफ़ा साबित तो कर
1.मैंने हर गम को हंस के उठा लिया राज तेरी बेवफाई का सबसे छिपा लिया मुझको तो तेरी वफाओं पर यकीन था ना जाने क्यों तुमने अपना दामन छुड़ा लिया
2.वफ़ा का नाम मत लो यारों वफ़ा दिल को दुखाती है वफ़ा का नाम लेने से हमें एक बेवफा की याद आती है
1.किससे मांगे दवा जख्मो की सभी ने चोटें खायी है किसी का सनम बेवफा है तो किसी का साजन हरजाई है
2.जान कर भी वो हमें जान ना पाये आज तक वो हमें पहचान ना पाये खुद ही कर ली बेवफाई हमने ताकि उन पर कोई इल्जाम ना आये
3.मंजिल तो मिल जाएगी भटक कर ही सही गुमराह तो वो है जो घर से निकले ही नहीं
4.क्यों जुड़ता है तू इस जहाँ से एक दिन ये गुजर ही जायेगा चाहे कितना भी समेट ले जहाँ मुट्ठी से फिसल जायेगा
1.जो दिल जिन्दा ही ना हो उसके लिए जिंदगी क्या है लेते रहते है नाम उनका वो मेरे नहीं तो क्या है धड़कता रहता है कहने को तो ये दिल मेरा जिंदगी चलती रहे या ख़त्म हो हमें मतलब ही क्या है
2.फर्ज था जो मेरा निभा दिया मैंने उसने जो माँगा वो सब दिया मैंने वो सुनके गैरों की बाते बेवफा हो गया समझ कर ख्वाब उसको आखिर भुला दिया मैंने
3.जाने मेरी आँखों से कितने आंसू बह गए इंसानो की इस भीड़ में देखो हम तन्हा रह गए करते जो कभी अपनी वफ़ा की बाते आज वही सनम हमें बेवफा कह गए
1.समेट कर ले जा अपनी यादों के अधूरे किस्से तेरी अगली चाहत में तुझे इनकी भी जरुरत होगी
2.कौन चाहेगा तुम्हे मेरी तरह अब किसी से ना मोहब्बत करना
1.हर शख्स नहीं होता हर शख्स के काबिल हर शख्स को अपने लिए सोचा नहीं करते
2.उम्र कितनी मंजिलें तय कर चुकी दिल जहाँ ठहरा ठहरा ही रह गया
1.धोखा देती है शरीफ चेहरों की चमक अक्सर हर कांच का टुकड़ा हीरा नहीं होता
2.बर्बाद कर गए वो जिंदगी प्यार के नाम से बेवफाई ही मिली सिर्फ वफ़ा के नाम से ज़ख्म ही ज़ख्म दिए उसने दवा के नाम से आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से
1.जान कर भी वो हमें जान ना पाये आज तक वो हमें पहचान ना पाये खुद ही कर ली बेवफाई का कोई इल्जाम ना आये
2.दिलों से खेलने का हुनर हमें नहीं आता इसी लिए इश्क की बाज़ी हम हार गए मेरी जिंदगी से शायद उन्हें बहुत प्यार था इसी लिए मुझे ज़िंदा ही वो मार गए
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1.बेवफाई की इन्तहा कर दे ताकि मालूम हो वफ़ा क्या है
2.हमारी सुबह शाम होती थी जिन के पहलू में वक़्त बदला तो दिखाई देते है ग़ैरों के दरीचे में
3.पागलपन की सारी लकीरें मेरे हाथ में क्यों जिस को चाहूँ मैं ही चाहूँ मैं ही चाहूँ क्यों
4.मेरी तन्हाई को मेरा शौक मत समझना बहुत प्यार से दिया है ये तोहफा किसी ने
1.बरसे बगैर ही जो घटा आकर निकल गयी एक बेवफा का अहद-ऐ-वफ़ा याद आ गया
2.साबित हुआ की तू भी ज़माने के साथ है साबित हुआ की तू भी हमारा नहीं रहा
1.फिर इतने मायूस क्यों हो उसकी बेवफाई पर फ़राज़ तुम खुद ही तो कहते थे की वो सबसे जुदा है
2.ना थी जिसको मेरे प्यार की कदर इत्तेफ़ाक़ से उसी को चाह रहा था मैं उसी दिए ने जलाया मेरे हाथों को जिसको हवा से बचा रहा था मैं
1.आज उसने दर्द भी अपने एल्हादा कर लिया आज भी रोया तो मेरे साथ वो रोया ना था
2.अब करके फरामोश तो नशाद करोगे पर हम जो ना होंगे तो बहुत याद करोगे
1.की हमसे वफ़ा तो गैर उसको जफ़ा कहते है होती आयी है की अच्छी को बुरी कहते है
2.मैं नादान था जो वफ़ा को तलाश करता रहा ग़ालिब ये भी ना सोचा की अपनी सांस भी एक दिन बेवफा बन जाएगी
3.इस कदर तोडा है मुझे उसकी बेवफाई ने ग़ालिब अब कोई अगर प्यार से भी देखे तो बिखर जाता हूँ मैं
4.शर्मिंदा होंगे जाने भी दो इम्तिहान को रखेगा तुम को कौन अजीज अपनी जान से
1.तू वो जालिम है जो दिल में रह कर भी मेरा ना बन सका ग़ालिब और दिल वो काफिर जो मुझ में रह कर भी तेरा होगया2.वो जो खता था की तुम ना मिले तो मर जायेंगे हम वो तो आज भी जिन्दा है किसी और से ये बात कहने के लिए
1.इक पल में जो बर्बाद कर देते है दिल की बस्ती को फराज वो लोग देखने में अक्सर मासूम होते है
2.भुला के मुझको अगर तुम हो सलामत तो भुला के तुझको सम्भलना भी मुझे आता है नहीं है मेरी फितरत में ये आदत वरना तेरी तरह मुझे भी आता है
1.वो शख्स एक छोटी सी बात पे यूँ रूठ के चल दिया जैसे उसे सदियों से किसी बहाने की तलाश थी2.जिसने हक़ दिया मुझे मुस्कुराने का उसे शौक है अब मुझे रुलाने का जो लहरो से छीन कर लाया था किनारो पर इन्तजार था उसे अब मेरे डूब जाने का
3.खामोश थे हम तो मगरूर समझ लिया चुप है हम तो मजबूर समझ लिया यही आप की खुशनसीबी है की हम इतने करीब है फिर भी आपने दूर समझ लिया
1.एक शख्स पास रह के समझा नहीं मुझे इस बात का मलाल है शिकवा नहीं मुझे मैं उसको बेवफाई का इल्जाम कैसे दूँ उसने तो दिल से ही चाहा नहीं मुझे
2.कमाल का शख्स था जिसने जिंदगी तबाह कर दी राज की बात है दिल उससे खफा अब भी नहीं
3.तूने तो इरादे ही मेरे तोड़ दिए गुजरेगा सफर कैसे खड़ा सोच रहा हूँ
4.दर्द में कोई मौसम प्यारा नहीं होता दिल हो प्यासा तो पानी से गुजारा नहीं होता कोई देखे तो हमारी बेबसी हम सभी के हो जाते है पर कोई हमारा नहीं होता
1.अपनों ने जहर का जाम दे दिया गैरो ने बेवफा नाम दे दिया जो कहते थे हमें भूल ना जाना उन्ही ने भूलने का पैगाम दे दिया
2.तलाश करो कोई तुम्हे मिल जायेगा मगर हमारी तरह तुम्हे कौन चाहेगा जरूर कोई चाहत की नजर से तुम्हे देखेगा मगर आँखे हमारी कहाँ से लाएगा
1.हो सकता है हमने अनजाने में उन्हें रुला दिया उन्होंने दुनिया के कहने पर हमें भुला दिया हम तो वैसे भी अकेले थे क्या हुआ अगर उन्होंने एहसास दिला दिया
2.इतना छोटा नहीं रिश्ता हमारा कैसे सोच लिया की आ गया किनारा लो फिर हो गयी आपकी आँगन में रौशनी एक बार फिर बदनाम हो गया नाम हमारा
1.दिल लगी थी उसे हमसे मोहब्बत कब थी महफ़िल -ऐ-गैर से उनको फुर्सत कब थी हम थे मोहब्बत में लोट जाने के काबिल उसके वादों में वो हक़ीक़त कब थी2.वो अजनबी था तो मुझसे दिल लगाया क्यों इस गैर को अपना बनाया क्यों वो मेरा होता तो मुझे छोड़ के क्यों जाता वो मेरा नहीं था तो मेरी जिंदगी में आया क्यों
1.बार बार जिंदगी को आजमाया है हमने हर पल हर लम्हा सिर्फ गम पाया है हमने दिल के टुकड़े उसी ने किये है हमारे दिल की गहराइयों में जिसे बसाया है हमने
2.सारी राह जो उनसे नजर मिली तो नक्श दिल के उभर गए हम नजर मिला कर झिझक गए वो नजर झुका कर चले गए
3.कभी लगा वो हमें सता रहे है कभी लगा की वो करीब आ रहे है कुछ लोग होते है आंसूओ की तरह ही पता ही नही लगता साथ दे रहे है या छोड़ के जा रहे है
2.उनके होंठो पे मेरा नाम जब आया होगा खुद को रुस्वाई से फिर कैसे बचाया होगा सुन के फ़साना ओरो से मेरी बर्बादी का क्या उनको अपना सितम ना याद आया होगा